रविवार, 5 अप्रैल 2020

कोरोना का कहर और छत्तीसगढ़


आज समूचा विश्व कोरोना नामक त्रासदी के दौर से गुजर रहा है। फिलहाल विश्व के दो सौ से अधिक देश इस वायरस के चपेट में है।लगभग 65000 के आसपास की आबादी  इस महामारी के कारण काल कवलित हो चुके हैं और विश्व की बहुत बड़ी आबादी इस वायरस से संक्रमित है।इटली और स्पेन की दुर्दशा बयां करना मुश्किल है। विश्वमहाशक्ति कहा जाने वाले अमेरिका जैसे देश को भी इस महामारी ने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है।पूरी विश्व की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
 हमारे पडोसी देश चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना नामक दैत्य ने हाहाकार मचाकर रख दिया है।हमारा देश भी इस वायरस की चपेट में आ गया है और कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ता ही चला जा रहा है। वर्तमान में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल की स्थिति बेहद खराब है।इन प्रदेशों में पीड़ितों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ती ही जा रही है। हालांकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार हरसंभव प्रयास इस बढते हुए ग्राफ को रोकने के लिए कर रही है।देश के तमाम राज्यों में कोरोना के बढ़ते हुए मामले वाकई में गंभीर है। लेकिन हमारे राज्य छत्तीसगढ़ में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में दिखाई देती है।यह एक सुखद समाचार है सभी छत्तीसगढ़ वासियों के लिए। लेकिन इस सुखद स्थिति को निर्मित करने में राज्य शासन के प्रयास को नकारा नहीं जा सकता।
     विश्व में कोरोना के बढ़ते मामले और भारत में इसकी दस्तक के साथ ही राज्य सरकार ने इसको गंभीरता से लिया और तत्काल ही कदम उठाने शुरू कर दिए। सर्वप्रथम शासन ने 13 मार्च को ही सभी स्कूल और कालेज को बंद करवाया। फिर उसके बाद राज्य में आयोजित विभिन्न स्थानीय परीक्षाओं को स्थगित किया गया।इसके बाद परिवहन विभाग ने अंतरराज्यीय परिवहन पर रोक लगाया।लोगों को अनावश्यक रुप से यात्रा न करने का निवेदन किया। छत्तीसगढ़ शासन के सभी प्रयास जारी थे ही तभी केंद्र शासन ने भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अतिआवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए। प्रधानमंत्री जी ने देश को कोरोना के संबंध में जब अपना उद्बोधन समूचे राष्ट्र को दिया उसके सप्ताह भर पहले से ही अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद करा दिए गए थे।सभी साप्ताहिक हाट बाजारों और अस्थायी दुकानों, गुमटियों और ठेले-खोमचे को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया था।सोशल डिस्टेंस की प्रक्रिया पूरे देश में 25 मार्च से देशव्यापी लाकडाऊन से प्रारंभ हुआ जबकि छत्तीसगढ़ में यह एक सप्ताह पूर्व से ही क्रियान्वित होना शुरू हो गया था। राज्य शासन की इस दूरदर्शिता का परिणाम ही संभवतः आज मिल रहा है।सबसे अच्छी बात ये रही कि इस विपदा की घड़ी में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच किसी भी प्रकार का राजनीतिक विद्वेश नहीं दिखता। केंद्र सरकार की सभी जनहितकारी नियमों और आदेशों को राज्य सरकार ने अक्षरशः पालन करवाया।
 छत्तीसगढ़ में लाकडाऊन का पालन बड़े ही सुचारु ढंग से हो रहा है। अन्य राज्यों की तुलना में यहां के निवासियों ने स्वस्फूर्त ही केंद्र और राज्य शासन के सभी नियमों का विधिवत पालन किया है।इस बीच नवरात्र का पर्व भी आया। नवरात्र का पर्व छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि यहां ज्योत-जंवारा स्थापना की परंपरा है।साथ ही अनेक देवी तीर्थ छत्तीसगढ़ में स्थित है। डोंगरगढ़ में बमलेश्वरी, रतनपुर महामाया,मां खल्लारी,बिलाई माता, चंद्रहासिनी मां,जतमाई मां सहित अनेक देवी तीर्थों में आदिशक्ति मां जगदम्बा  विराजित है।कोरोना महामारी के देशव्यापी प्रकोप को देखते हुए इस वर्ष नवरात्र का पर्व छत्तीसगढ़ में सादगीपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।धार्मिक आस्था के नाम पर कट्टरता का प्रदर्शन कहीं नहीं हुआ
लोगों ने स्वमेव ही अपने घरों में आयोजित होने वाले ज्योति जंवारा के कार्य को आगामी वर्ष के लिए स्थगित किया।ठीक उसी प्रकार विवाह आदि के कार्यक्रम को भी आगामी कुछ महीनों के लिए स्थगित किया। जबकि छत्तीसगढ़ में फागुन और चैत्र माह में सर्वाधिक विवाह कार्यक्रम होते हैं।इसी तरह गांव गांव में आयोजित होनेवाले मानसगान कार्यक्रमों को स्थगित किया गया।और ये सब बलपूर्वक नहीं कराया गया बल्कि लोगों ने स्वंय जागरूकता का परिचय दिया और भीड़ इकट्ठा करने का माध्यम बनने वाले समस्त कार्यक्रम को टाला। सोशल डिस्टेंसिंग की प्रक्रिया का पालन छत्तीसगढ़ में पूरी तरह से जिम्मेदारी पूर्वक किया जा रहा है।
    छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में ग्रामीणों ने मिलकर जागरूकता का परिचय दिया है।बाहरी लोगों का आगमन-प्रस्थान पूरी तरह से बंद है।इसके साथ ही राज्य सरकार का प्रयास भी सराहनीय है।गांव स्तर पर कोई भूखा न रहे इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत के माध्यम से जरूरतमंदों को अनाज दिया जा रहा है। शहरों में भी गरीबों और भिखारियों के लिए खाद्यान्न व्यवस्था किया जा रहा है। विपरीत परिस्थितियों के लिए भी सरकार पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है। राज्य में कोरोना संक्रमण का मामला अभी दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया है।कुल संक्रमित 9 लोगों में से आधे स्वस्थ होकर घर आ गए हैं।और बाकि लोगों की भी शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। उम्मीद है कोरोनो की इस जंग में छत्तीसगढ़ और समूचा राष्ट्र कोरोना पर जीत दर्ज करेगा।
  एक बात और....22 मार्च को माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर हम सब ने कोरोना योद्धाओं के सम्मान के लिए घंटियां और शंख बजाई थी।आज रात 9 बजे हम सबको अपनी एकजुटता और विश्वास विश्व को दिखाना है दिया जला कर।और प्रार्थना करते हैं इस वैश्विक आपदा के नाश के लिए जगतनियंता ईश्वर से!!  तो चलिए तैयारी करते हैं..
  हारेगा कोरोना....जीतेगा भारत


1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

आपका लेख छत्तीसगढ़ की जनता की जागरूकता को प्रदर्शित करती यह छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार की दूरदर्शिता व जनता की एक जुटाता का ही परिणाम है,आज समूचा छत्तीसगढ़ इस महामारी से निपटने के लिए देश व विश्व के साथ खड़ा है।

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